
ग्वालियर। 06.03.2025। आज पुलिस कन्ट्रोल रूम सभागार ग्वालियर में पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर जोन श्री अरविन्द कुमार सक्सेना(भापुसे) के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक ग्वालियर श्री धर्मवीर सिंह(भापुसे) के मार्गदर्शन में ग्वालियर जोन के पुलिस अधिकारियों के लिये “Counter Terrorist Incident Response Training For First Responders by NSG” विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
प्रशिक्षण के नोडल अधिकारी डीएसपी मुख्यालय श्री रोबिन जैन की उपस्थिति में इस कार्यशाला में एनएसजी से प्रशिक्षण देने आये टीम कमांडर श्री टी.सी.शक्ति कपूर व एनएसजी कमांडो संजय के द्वारा ग्वालियर जोन के जिलों से आए लगभग 70 पुलिस अधिकारियों को एनएसजी किस प्रकार कार्य करती है उसकी कार्यप्रणाली से अवगत कराया गया। इस अवसर पर कार्यशाला में रक्षित निरीक्षक ग्वालियर रणजीत सिंह सिकरवार, सूबेदार प्रेम राठौर, अनुपम भदौरिया, सोनम पाराशर, आयुष मिश्रा सहित ग्वालियर जोन के जिलों से आए पुलिस अधिकारी व एसडीईआरएफ के कर्मचारी उपस्थित रहे।
सर्वप्रथम पुलिस अधीक्षक ग्वालियर श्री धर्मवीर सिंह(भापुसे) द्वारा प्रशिक्षण देने आये उपस्थित एनएसजी के टीम कमांडर व कमांडो को पुष्पगुच्छ प्रदान कर स्वागत किया गया। उसके बाद पुलिस अधीक्षक ग्वालियर ने प्रशिक्षण कार्यशाला में उपस्थित पुलिस अधिकारियों से कहा कि यह एक महत्वपूर्ण गंभीर विषय है कि हमारे देश में कुछ ऐसे संगठन है जो भारत के लिये चिंता का विषय है, जब भी कही आंतकी घटना घटित होती है तब फर्स्ट रिस्पॉन्डर उस स्थिति को संभाल नही पाते है तब एनएसजी उस स्थिति को संभालने का कार्य करती है और हम पुलिसकर्मी हर एक घटना में फर्स्ट रिस्पॉन्डर होते है जो सबसे पहले उस घटना स्थल पर पहुंचकर स्थिती को सभांलने की कोशिश करते हैं। कभी कोई आंतकी घटना घटित होती है या आंतकी हमला होता है उस स्थिती में फर्स्ट रिस्पॉन्डर होने के नाते हमें किस प्रकार उस स्थिति को संभालना है उसके संबंध में आज हमारे बीच एनएसजी के ऑफिसर मौजूद है जो इस प्रकार की स्थिति को कई बार संभाल चुके है। यह आप सभी को इस प्रकार की घटित होने पर क्या करना है उसके संबंध में विस्तार पूर्वक प्रशिक्षण देंगे और सभी को गंभीर होकर इस कार्यशाला का लाभ लेना है और इसे सफल बनाना है।

एनएसजी टीम कमांडर श्री टी.सी.शक्ति कपूर द्वारा कार्यशाला में उपस्थित पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रजेंटेशन के माध्यम से आंतकी घटना घटित होने पर किस प्रकार पुलिस और एनएसजी कैसे आपस में समन्वय स्थापित करके स्थिती को संभाल सकते है उसके संबंध में बताया गया साथ ही उन्होने बताया कि भारत देश में किन-किन राज्यों में उनकी एनएसजी की फोर्स तैनात है जो चौबीस घंटे अलर्ट मोड़ पर रहती है जो आंतकी घटना होने पर तुरंत एक्शन में आ जाती है।
कार्यशाला में प्रशिक्षण के दौरान उन्होने उपस्थित पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों को बताया कि आंतकी घटना किस-किस प्रकार की होती है ऐसी स्थिती आप फर्स्ट रिस्पॉन्डर के रूप में आपको क्या करना चाहिये और क्या नही उसके संबंध में विस्तार पूर्वक बताया गया साथ ही बताया कि जिलों में होने वाले बड़े कार्यक्रमों में बम, आरडीएक्स जैसी सामग्री रखे जाने की अधिकांश संभावना होती है, ऐसे कार्यक्रमों में कैसे एंटी सेबोटाज़ चेक करके हम ऐसी विस्फोटक सामग्री का पता लगा सकते है उसके संबंध में बताया गया।

कार्यशाला के अंत में नोडल अधिकारी डीएसपी मुख्यालय श्री रोबिन जैन व एसडीओपी डबरा विवेक शर्मा द्वारा प्रशिक्षण देने हेतु आये एनएसजी के टीम कमांडर व कमांडो को पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षण देने के लिये देने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया व उन्हे स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।