
ग्वालियर08फरवरी2025। श्रमिकों को राष्ट्रहित में अब अपनी सोच समय के साथ सकारात्मक रखकर आगे बढ़ना होगा और उत्पादकता बढ़ाने के लिये अपने कार्य में विशेषज्ञ होना होगा, क्योंकि यह समय प्रतिस्पर्धा और विशेषज्ञता का हैं, आपके श्रम में क्वालिटी होगी तो उसकी उत्पादकता बेहतर होगी। इसके लिये दत्तोपंत ठेंगड़ी राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की अगुआई में कार्य कर रहा है। राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड ने आउटसोर्स श्रमिकों को भी प्रशिक्षण की पैरवी की हैं।
राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड ने श्रम की कुशलता के लिये काम किये है, बल्कि उनके कार्य को आसान बनाने के लिये उन्हें विभिन्न प्रकार से प्रशिक्षित भी किया हैं। बोर्ड श्रमिकों व उनसे जुड़े परिवारों की बेहतरी के लिये भी समय समय पर काम कर रहा हैं।
ग्वालियर में शुक्रवार को दत्तोपंत ठेंगडी राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की रीजनल कमेटी की बैठक में सदस्यों ने श्रमिक व उनके परिजनों के लिये विभिन्न मुददों पर बात रखी। बैठक की अध्यक्षता मप्र विद्युत मंडल के चीफ इंजीनियर व क्षेत्रीय सलाहकार समिति के अध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता ने की। जबकि विभिन्न मुददों व बोर्ड के क्षेत्रीय निदेशालय की गतिविधियों पर क्षेत्रीय निदेशक गरिमा गुप्ता उपाध्याय ने प्रकाश डाला।
बैठक में सदस्य विनय अग्रवाल ने असंगठित व संगठित क्षेत्रों के श्रमिकों की बेहतरी के लिये जोर दिया। वहीं सूर्या स्टील के मुकुल राय, दूरदर्शन आकाशवाणी के सोहन सिंह, जिला उद्योग केन्द्र के शिवम शिवहरे, जेबी मंघाराम फैक्ट्री के एचआर मैनेजर नीरज पाठक, श्रम विभाग के प्रमोद, श्रम निरीक्षक आलोक शर्मा, स्माल इण्डस्ट्रीज के शिवनारायण सोनी ने भी अपने विचार रखे। सभी ने एकराय होकर कहा कि ट्रेड यूनियनें भी अपने कार्यों में सकारात्मक बदलाव लाकर श्रमिकों के ईश्रम कार्ड से लेकर उनके आधार, आभा कार्ड, परिवार कार्ड बनवाने में सहयोग करें।
सभी सदस्यों ने आउटसोर्स श्रमिकों में भी गुणवत्ता निखार के लिये ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाने की बात रखी। बैठक के पूर्व सभी सदस्यों का क्षेत्रीय निदेशक गरिमा गुप्ता उपाध्याय ने स्वागत किया। इस मौके पर कविता मांढरे भी उपस्थित थी।