ग्वालियर10दिसंबर2024। सुर सम्राट तानसेन के शताब्दी समारोह से एक और अध्याय जुड़ने वाला है। समारोह के अंतर्गत पहली बार मप्र संस्कृति विभाग मोतीमहल में रागरंग प्रदर्शनी लगाएगा। इसकी अवधि 15 से 19 दिसंबर तक रहेगी। प्रदर्शनी में ख्यात चित्रकार और ऑस्कर पुरस्कार विजेता दीपांकर गोस्वामी (लॉस एंजेलेस) के बनाए चित्रों का प्रदर्शन किया जाएगा।
राज्य पुरातत्व के सहयोग से लगने वाली यह शहर की पहली ऐसी प्रदर्शनी रहेगी, जिसमें कलाप्रेमी रागों को महसूस नहीं करेंगे, बल्कि दृश्य रूप में देखेंगे। इसके अलावा कैनवास पर यह भी दर्शाया जाएगा कि किस कलाकार ने प्रदर्शित राग का प्रभावी ढंग से गायन या वादन किया है।
तानसेन समारोह का शुभारंभ 14 दिसंबर को गमक के साथ होगा। 15 दिसंबर की शाम समारोह का औपचारिक शुभारंभ होगा। इससे पहले सुबह तानसेन की मजार पर हरिकथा और मौलाद की परंपरा निभाई जाएगी।
दीपांकर गोस्वामी के बारे में जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक वे स्पाइडरमैनः इनटू द स्पाइडर-वर्स, किंग्समैन द गोल्डन सर्कल, अमेजिंग स्पाइडरमैन 2, ओज द ग्रेट एंड पॉवरफुल, क्लाउडी विद अ चांस ऑफ मीटबॉल्स 1 और 2 एंग्री बर्ड्स 2 और होटल ट्रांसिल्वेनिया 1 व 2 जैसी फिल्मों से संबंधित आर्ट वर्क भी कर चुके हैं। उनके द्वारा तैयार रागों के दृश्य रूपों का प्रदर्शन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो चुका है।
दीपांकर की इंडिया में पहली प्रदर्शनी रहेगी। इसमें उनके बनाए 3 से 4 फीट तक के 16 चित्र प्रदर्शित होंगे। चित्रकार दीपांकर गोस्वामी ने भारती शास्त्रीय संगीत का हिस्सा माने जाने महत्वपूर्ण रागों को कैनवास पर स्थान दिया है। इसमें राग चांदनी केदार, राग कोमल ऋषभ, राग नायिकी कानड़ा, राग भैरवी, राग देश, राग मालकीस और राग शंकरा इत्यादि शामिल हैं।
कैनवास पर बेहतरीन ढंग से रागों को सुनाने वाले कलाकारों के पोट्रेट रहेंगे, जो पंडित भीमसेन जोशी, बिस्मिल्ला खान, पं. जसराज, बेगम अख्तर, पं. रविशंकर, निखिल बनर्जी, राजन- साजन मिश्रा, डागर बंधु, मल्लिकार्जुन मंसूर, उस्ताद अली अकबर खान जैसी शख्सियत के होंगे।