
ग्वालियर। 02.03.2024। पुलिस अधीक्षक ग्वालियर श्री राजेश सिंह चंदेल,भापुसे को आवेदक पुनीत शीतलानी ने एक शिकायती आवेदन दिया कि मेरी फेसबुक पर एडिशनल एसपी श्री राजेश दण्डोतिया के नाम की फेसबुक आईडी से एक पोस्ट डली हुई थी जिसमें लिखा था कि मेरा दोस्त सीआईएसएफ में है जिसका ट्रांसफर होने से वह अपने घर का सामान बेचना चाहता है। उस पोस्ट पर नीचे एक नंबर लिखा हुआ था।
मेरे द्वारा जब उस मोबाईल नम्बर पर सम्पर्क किया गया तो बात करने वाले व्यक्ति ने अपना नाम राजू दास बताया व महाराजपुरा एयरपोर्ट पर काम करना बताया, उसने बताया की मेरा ट्रांसफर आयोध्या एयरपोर्ट पर हो गया है। जिस कारण से मे अपने घर का सामान ग्वालियर मे बेचना चाहता हॅूं। उक्त व्यक्ति घर का सामान काफी सस्ते दामों मे बेच रहा था। इसलिये मैं सामान खरीदने के लिये तैयार हो गया। इसके बाद उस व्यक्ति के द्वारा मुझसे एडवांस 48000/- रूपये डिलीवरी और अन्य चार्जेस के नाम पर ट्रांसफर करवा लिये बाद में उसके द्वारा और भी रूपयों की मांग लगातार की जा रही है। आज दिनांक तक मुझे न ही कोई सामान मिला और ना ही पैसे वापस मिले है।
मुझे पता चला है कि उक्त फेसबुक आईडी फर्जी है और मेरे साथ ठगी हुई है। उक्त शिकायत को गंभीरता से लेते हुये पुलिस अधीक्षक ग्वालियर ने अति0 पुलिस अधीक्षक शहर (पूर्व/अपराध) श्री ऋषिकेश मीना,भापुसे एवं अति0 पुलिस अधीक्षक शहर(पश्चिम) श्री गजेन्द्र वर्धमान को क्राइम ब्रांच की सायबर क्राइम विंग एवं थाना माधौगंज पुलिस की संयुक्त टीम बनाकर उक्त शिकायत पर कार्यवाही करवाने हेतु निर्देशित किया।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशो के परिपालन में सीएसपी लश्कर/एएसपी क्राइम श्री आयुष गुप्ता,भापुसे व डीएसपी अपराध श्री नागेन्द्र सिंह सिकरवार के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी अपराध शाखा ग्वालियर निरीक्षक अजय सिंह पंवार, सायबर क्राइम प्रभारी निरीक्षक राजेश सिंह तोमर* एवं थाना प्रभारी माधौगंज निरी धर्मेन्द्र सिंह यादव के द्वारा सायबर क्राइम विंग एवं थाना माधौगंज की संयुक्त टीम को उक्त शिकायती आवेदन पर कार्यवाही करने हेतु लगाया गया।
उपरोक्त आवेदक की शिकायत पर से थाना माधौगंज में प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। दौराने विवेचना सायबर टीम को तकनीकी जानकारी के आधार पर ज्ञात हुआ कि उक्त फ्रॉड राजस्थान जिला अलवर ग्राम ककरौली से संचालित किया जा रहा है। जिस पर से पुलिस टीम को राजस्थान रवाना किया गया। पुलिस टीम ने जब राजस्थान में पहुंची तो पता चला कि पूरा ककरौली ग्राम सायबर फ्रॉड में संलिप्त है। गॉव के शुरूआती रास्ते में गांव के ही कुछ लोग बैठे रहते है जो कि बाहरी व्यक्ति व पुलिस की गाड़ी को देखते ही गांव के लोगों को सुचित कर देते है। जिससे सायबर अपराधी फरार हो जाते है। जिस पर से पुलिस टीम ने कुछ दिन अलवर में ही रूककर आरोपियों का गांव से बाहर आने का इंतजार किया, जैसे ही आरोपी गांव के बाहर आया उसे पुलिस टीम द्वारा घेराबंदी कर पकड़ लिया गया।
पकड़े गये आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह ककरौली गांव में ही निवास करता है तथा वह ऐसे पुलिस अधिकारियों की प्रोफाइल सर्च करते हैं जा बड़े पद पर होते हैं व जिनकी फ्रेंड फोलोइंग अधिक होती है। ऐसे अधिकारियों की ऑरिजनल फेसबुक आईडी से उनकी कुछ फोटो कॉपी करके उनके नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर उनकी फ्रेंड लिस्ट में जुडें लोगों को मैसेज व पोस्ट शेयर करते है। पोस्ट में हम सस्ते सामान बेचने के नाम पर ठगी करते है। पकड़े गये आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह फर्जी सिम व फर्जी बैंक अकाउंट का उपयोग करते है। पकड़े गये आरोपी ने ग्वालियर जिले के और भी लोगों के साथ ठगी करना बताया है। जिनके संबंध में पूछताछ की जा रही है।
आमजन के लिये सूचनाः- किसी भी फेसबुक/इंस्टाग्राम आईडी से मैसेज आने या पोस्ट प्राप्त होने पर पहले पुष्टी कर ले कि उक्त आईडी उनके परिचत व्यक्ति की है या नही। किसी भी अंजान व्यक्ति से कोई भी सामान खरीद रहे हैं तो सामान प्राप्त होने के बाद ही पैमेंट करें। किसी भी अंजान व्यक्ति की फें्रड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट ना करें। किसी भी प्रकार का सायबर फ्रॉड होने पर तत्कान 1930 व नजदीकी थाने के इसकी शिकायत करें।
सराहनीय भूमिका – थाना प्रभारी अपराध शाखा निरी0 अजय सिंह पंवार, सायबर क्राइम प्रभारी निरी0 राजेश सिंह तोमर, थाना प्रभारी माधौगंज निरी0 धर्मेन्द्र यादव, उनि0 कीर्ती अजमेरिया, धर्मेन्द्र शर्मा, हरेन्द्र सिंह राजपूत, रवि लोधी, प्र.आर0 सुनील शर्मा, मुकेश चौहान, सत्येन्द्र सिंह कुशवाह, सुरेन्द्र तोमर, आर0 ओमशंकर सोनी, गौरव पवार, शिवशंकर शुक्ला, श्यामू मिश्रा, सुमित सिंह भदौरिया, हरीओम व्यास, नवीन पाराशर, कपिल पाठक, सोनू, मआर0 सुनीता कुशवाहा, मेघा श्रीवास्तव व थाना माधौगंज से सउनि0 अनूप शर्मा, प्र.आर0 आनंद बसंल की सराहनीय भूमिका रही।