
(जितेंद्र पाठक, ग्वालियर)
ग्वालियर05जनवरी2023।ग्वालियर दक्षिण से विधायक और केबिनेट मंत्री नारायण सिंह कुशवाह और पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता के बीच क्या वाकई सुलह हो गई है ये सवाल बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दलों से जुडे लोगों के बीच आजकल चर्चा में है। क्योंकि नारायण और समीक्षा के बीच का शीतयुद्ध जगजाहिर था। समीक्षा 2018 का विधानसभा चुनाव नारायण सिंह के खिलाफ लड गई थी और नारायण सिंह को हार का मुंह देखना पड़ा था तो 2023 के चुनावों में टिकट वितरण से पहले ही नारायण सिंह ने कहा था कि अगर समीक्षा को टिकट मिला तो मैं खुलकर विरोध करूंगा।
नारायण सिंह लगभग 2500 वोटों से जीतकर मंत्री भी बन गए है। अब चुनावों के दौरान नारायण-समीक्षा की सुलह हो गई थी या फिर सुलह केवल दिखावा थी, ये चर्चाएं तो अब तक चल रही है लेकिन इसी बीच“विकसित भारत संकल्प यात्रा” के तहत आयोजित एक सरकारी कार्यक्रम की तस्वीर सामने आने के बाद राजनीतिक हलकों में दोबारा चर्चाएं चल पड़ी है कि क्या वाकई इन दोनों धुरविरोधियों की सुलह हो गई है।
चर्चा ये भी है कि बीजेपी की सरकार है और नारायण मंत्री भी बन गए है तो ऐसे में समीक्षा भी पुराने मामलों पर धूल डाल रही है तो शायद नारायण भी बड़ा दिल दिखा रहे है लेकिन राजनीति में अक्सर जो दिखता है वो दिखता नही है।