10 हजार के ईनामी ने देवी के सामने लेटकर क़सम खाई कि कभी बंदूक़ नहीं उठाऊँगा।

थाना उटीला पुलिस ने अजब तरीक़े से पकड़ा अजबा को, साथ में थी अधिया बंदूक़ और बिल्डोरिया जिसमें थे 7 ज़िंदा कारतूस

 आरोपी ने फ़रियादी के दरवाज़े के सामने देवी के सामने लेटकर क़सम खाई कि कभी बंदूक़ नहीं उठाऊँगा।
 पुलिस अधीक्षक ने दस हज़ार का इनाम घोषित किया था, पुलिस ने इनामी आरोपी को जंगल से किया गिरफ़्तार।
 एक हत्या व तीन हत्या के प्रयास सहित आधा दर्जन आपराधिक रिकॉर्ड तीनों भाइयों पर व पिता का भी आपराधिक रिकॉर्ड।

ग्वालियर 28.11.2203 । दीवाली साल भर का त्योहार था लेकिन काशीपुरा गाँव के लिये यह त्यौहार डरावना हो गया था। अजय सिंह (परिवर्तित नाम) द्वारा जानलेवा फायरिंग कर रामवीर चौहान व उसके बेटे गोविंद चौहान को घायल किया गया था। फ़रियादी पक्ष की महिलाओं को ग़लत व अभद्र कमेंट्स किए थे, उसी को लेकर पीड़ित पक्ष ने मना किया तो दबंगई दिखाते हुए जानलेवा हमला किया था। शाम तक पुलिस अधीक्षक ग्वालियर श्री राजेश सिंह चंदेल,भापुसे के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (उत्तर) श्री अमृत मीना, एसडीओपी बेहट संतोष पटेल एवं थाना प्रभारी उटीला दिलीप समाधिया मौक़े पर रहे। जैसे ही पुलिस अधिकारी वापस गाँव से आये पुनः पीड़ित पक्ष की ओर से फ़ोन आने लगे कि फायरिंग हो रही है। दीवाली के दिन व रात समझ में नहीं आ रहा था कि पटाखे फूट रहे हैं कि फायरिंग हो रही है। पुलिस ने एक आरोपी को दिन में ही गिरफ़्तार कर लिया था शेष मुख्य आरोपी अजय सिंह (परिवर्तित नाम) फ़रार था। पुलिस अधीक्षक ग्वालियर श्री राजेश सिंह चंदेल के निर्देशन में डायल 100 को काशीपुरा गाँव में ही रखा गया। थाना प्रभारी उटीला द्वारा उप निरीक्षक शुभम् शर्मा द्वारा रात्रि में भदावना के जंगल में दबिश दी गई जहां आरोपी को अधिया बंदूक़ व सात ज़िंदा कारतूस के साथ एक काले रंग का बिल्डोरिया पट्टा 25 खाँचे जप्त किया।

महिलाओं की आँखों में ख़ुशी – पुलिस जंगल हार खेत से आरोपी को पकड़कर घटना स्थल की तस्दीक़ हेतु लेकर आई तो आरोपी ने जहां फायरिंग की थी वहीं देवी के सामने माथा टेककर कभी ने बंदूक़ उठाने की क़सम खाई और पीड़ित पक्ष की महिलाओं में ख़ुशी की आंसू दिखे क्योंकि उन्हें बार-बार धमकी मिल रही थीं।

परिवार का आपराधिक इतिहास – वृंदावन गोले के तीनों लड़कों अजब, पिंकी व रामवीर पर हत्या, हत्या के प्रयास, चोरी, बलवा सहित दर्जनों आपराधिक रिकॉर्ड है।

सराहनीय भूमिका – थाना प्रभारी उटीला दिलीप समाधिया, प्रकरण के विवेचक उपनिरीक्षक शुभम् शर्मा, सउनि हरिओम शर्मा, आर. अनिल शर्मा, आर शैलेंद्र चौहान, आर परमानंद, सहदेव यादव, आर प्रवेंद्र सिंह, आर नरेंद्र पलिया की सराहनीय भूमिका रही।

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