जेयू ने उठाया कैदियों को पढ़ाने का जिम्मा,ऐसा करने वाली देश की पहली यूनिवर्सिटी बनी

ग्वालियर18अगस्त2023। जीवाजी विश्वविद्यालय दूरस्थ शिक्षण संस्थान द्वारा केंद्रीय कारागार ग्वालियर में अध्ययन केंद्र खोलने जा रही है जिसका शुभारंभ राज्यपाल मंगुभाई पटेल 27 अगस्त को करेंगे।जेल में बंद कैदियों को सुधारने के लिए जेल प्रशासन कुछ न कुछ नये-नये प्रयास हमेशा से करता रहता है।कई कैदी तो ऐसे होते है, जिन्हें उम्रकैद की सजा हो जाती है, तो कुछ कम उम्र में ही जेल आ जाते है।अब ऐसे कैदियों को बाकी की जिंदगी जेल में ही गुजारना पड़ जाती है जिसकी वजह से उनके सपने या पढ़ाई भी पूरी नहीं हो पाती।

लेकिन अब जेयू ने कुछ ऐसा किया है,जिसे सुनकर कैदियों में खुशी का माहौल है।जीवाजी यूनिवर्सिटी ने कैदियों के लिए कोर्स शुरू करने का फैसला लिया है।सेंट्रल जेल में बंद कैदियों को जेल के अंदर ही स्किल डेवलपमेंट कोर्स करने का मौका मिलने जा रहा है। इसके लिए जीवाजी विश्वविद्यालय ने अनूठी पहल शुरू की है। कैदियों के लिए विश्वविद्यालय यह पहल इसलिए कर रहा है,ताकि जब जेल में बंद कैदी आजाद होंगे तो वो समाज की मुख्यधारा में शामिल होकर रोजगार को हासिल कर सकें।

मिनिट टू मिनिट कार्यक्रम तय:-
कार्यक्रम को लेकर शुक्रवार को बैठक का आयोजन किया गया जिसमें मिनिट टू मिनिट कार्यक्रम तय किया गया। राज्यपाल ने बंदी से बंधू योजना शुरू करने की स्वीकृति दे दी है।वह दोपहर 12:30 से 01 केंद्रीय कारागार पहुंचेंगे।इस अवसर पर कारागार में भजन,सांस्कृतिक कार्यक्रम,प्रदर्शनी लगाई जाएगी।इस आशय से आज बैठक का आयोजन हुआ जिसमें कुलपति प्रो.अविनाश तिवारी,रेक्टर प्रो.डीएन गोस्वामी, कुलसचिव आरके बघेल,डीआर राजीव मिश्रा,प्रो.जेएन गौतम,प्रो.हेमंत शर्मा,प्रो.एसएन महापात्रा,डॉ.विमलेंद्र सिंह राठौर,जेल उप अधीक्षक सुनीत शर्मा आदि ने साथ बैठकर मिनिट टू मिनिट कार्यक्रम तय किया।

देश की पहली यूनिवर्सिटी बनी जेयू:- जीवाजी यूनिवर्सिटी डिस्टेंस एजुकेशन के माध्यम से सेंट्रल कारागार में बंद कैदियों को सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स करवाने वाली देश की पहली यूनिवर्सिटी बन गई है। कारागार का निर्माण 1879 में हुआ था और वर्तमान में इसमें लगभग 3300 कैदी हैं। कैदियों को शिक्षा देने का काम इसलिए किया जा रहा है जब यह कैदी जेल से बाहर आएं तो समाज की मुख्यधारा से आसानी से जुड़ जाएं।

कैदियों के लिए शुरू होंगे यह कोर्स:-
जीवाजी यूनिवर्सिटी सेंट्रल जेल में एम ए,एमकॉम,बीए,बीकॉम,योगा टीचर, कंप्यूटर एप्लीकेशन जैसे कोर्सेस कराएगी साथ ही इनके सर्टिफिकेट भी दिए जाएंगे।

जीवाजी विश्वविद्यालय केंद्रीय कारागार में दूरस्थ शिक्षण संस्थान का अध्ययन केंद्र खोलने जा रहा है।ऐसा करने वाला जेयू देश का पहला विश्वविद्यालय है।इन्हें डिस्टेंस एज्युकेशन के माध्यम से पढ़ाया जाएगा।कक्षाएं ऑनलाइन संचालित होंगी।इसके अलावा कैदियों को किताबों की किट भी दी जाएगी।

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