ग्वालियर23फरवरी2023। शहर की पेयजल समस्या के स्थाई समाधान के लिये चंबल नदी से पानी लाने की योजना को प्रदेश और केन्द्र सरकार में बैठे जिम्मेदार भाजपा नेताओं और प्रशासनिक अफसरों के ढुलमुल रवैया के कारण यह योजना मूर्तरूप लेने से पहले ही दम तोड़ती नजर आ रही है। यह आरोप कांग्रेस के उपाध्यक्ष एवं युवक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष रविन्द्र सिंह भदौरिया ने लगाया है। उन्होंने कहा कि पेयजल समस्या के स्थाई समाधान एवं ग्वालियर के भेदभाव करने वालों के खिलाफ शीघ्र आंदोलन करेंगे।
कांग्रेस उपाध्यक्ष भदौरिया ने कहा कि पिछले 18 वर्षों से कांग्रेस द्वारा चंबल को ग्वालियर से जोड़ने की मांग की जा रही है। तभी से भाजपा सरकार में बैठे नेताओं द्वारा कभी ककैटो, पेहसारी, रमौआ डैम, कोतवाल डैम से पानी लाने के नाम पर इस योजना को लटकाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 18 वर्षों के संघर्ष के बाद जब योजना में पैसा स्वीकृत हुआ तो नेताओं और अधिकारियों ने बड़ी चालाकी से मुरैना को भी इसमे जोड़ दिया जिससे चंबल नदी से मिलने वाले 150 एमएलडी पानी में से ग्वालियर को केवल 90 एमएलडी पानी मिल सकेगा और यह सब पेयजल व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों की लापरवाही और निकम्मेपन के कारण हुआ। उन्होंने कहा कि ग्वालियर को तो 250 एमएलडी पानी प्रतिदिन की आवश्यकता है तो फिर 90 एमएलडी पानी लाने से क्या होगा और जब चंबल नदी से ग्वालियर पानी आ रहा है और दूसरे बांधों से पानी लेने की क्या जरूरत है। भदौरिया ने चेतावनी देते हुये कहा कि जनता के बीच जाकर ग्वालियर के साथ भेदभाव करने वालों के चेहरे उजागर करेंगे।