
ग्वालियर10जनवरी2023।ग्वालियर शहर को सुंदर और आकर्षक बनाने के लिए नगर निगम द्वारा वॉलपेंटिंग पिछले दो तीन सालों से कराई जा रही है जिस वर्ष पेंटिंग कराई जाती है पेटिंग पर उस वर्ष का उल्लेख भी किया जाता रहा है लेकिन इस बार ये देखने में आया कि कई जगहों पर बिना नई पेटिंग के पुरानी पेटिंग पर ही वर्ष 2022 को ओवरलेप कर वर्ष 2023 लिख दिया गया है। इस तरह के मामलों में कुछ जगहों पर पेटिंग जीर्ण शीर्ण स्थिति में नजर आईं तो कुछ जगहों पर ठीक ठाक नजर आ रही थी।
मीडिया और सोशल मीडिया में इस मामले के सामने आने के बाद उपायुक्त अमर सत्य गुप्ता ने नगर निगम की ओर से सफाई देते हुए कहा है कि भ्रामक एवं असत्य जानकारी प्रसारित करने से बचें
नगर निगम की तरफ से जारी बयान में उपायुक्त ने बताया कि सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यम से इस प्रकार का संदेश प्रसारित किया जा रहा है कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के स्थान पर स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 लिखकर कार्य किया जा रहा है एवं निगम द्वारा इनको नवीन पेंटिंग मानकर भुगतान किया जाएगा।
इस संबंध में जानकारी देते हुए उपायुक्त श्री अमर सत्य गुप्ता द्वारा बताया गया कि संबंधितों के द्वारा बिना किसी अधिकृत जानकारी के इस प्रकार का प्रचार प्रसार कर नगर निगम की छवि धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है, वास्तविकता में स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 अंतर्गत नवीन पेंटिंग का कार्य जो किया जा रहा है, वह अलग से प्रारंभ किया गया है ,जिसे हाईकोर्ट से कलेक्ट्रेट रोड की तरफ एवं एयरपोर्ट रोड की तरफ वर्तमान में प्रारंभ किया गया है। जिन स्थानों पर वॉल पेंटिंग अच्छी स्थिति में थी, उसमें अनावश्यक रूप से खर्च ना हो ,इसीलिए स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के स्थान पर 2023 किया गया है ,जिसका किसी भी प्रकार का भुगतान नगर निगम ग्वालियर द्वारा नहीं किया जाना है, अतः विभिन्न माध्यमों से फैलाई जा रही जानकारी असत्य एवं मिथ्यात्मक है