ग्वालियर28दिसंबर2022। ग्वालियर में एक शासकीय सहायक शिक्षक और कई कॉलेज के संचालक प्रशांत सिंह परमार के बेटे की हत्या की खबर से शहर में सनसनी फैली हुई है। हालांकि पुलिस ने फिलहाल गुमशुदगी दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है ।लेकिन जिस व्यक्ति को मोबाइल सर्विलांस के आधार पर आखिरी बार बात करने के लिहाज से पकड़ा गया है उसने अपने बयान से पुलिस के पैरों तले जमीन खिसका दी है ।नगर निगम में काम करने वाले करण वर्मा नामक एक व्यक्ति ने प्रशांत सिंह परमार के युवा पुत्र प्रखर परमार की गोली मारकर हत्या करने और उसकी लाश को ठिकाने लगाने की बात बताई है।
इस बीच पुलिस को सूचना मिली है कि दतिया के बरुआसागर में युवक की लाश हो सकती है। इस सूचना पर दतिया पुलिस से संपर्क स्थापित कर प्रखर परमार की तलाश शुरू कर दी गई है। एक पार्टी दतिया विश्वविद्यालय थाने से भेजी गई है। आसपास के क्षेत्र में भी उसे ढूंढने की कोशिश की जा रही है। पुलिस का कहना है कि फिलहाल की गई पड़ताल में प्रखर की हत्या की बात सामने आई है। लेकिन जब तक लाश बरामद नहीं होती तब तक पुलिस पुख्ता तौर पर कुछ भी बता पाने की स्थिति में नही है।
अब प्रखर परमार और करण वर्मा में किस बात को लेकर दुश्मनी चल रही थी इसका खुलासा फिलहाल नहीं हो सका है। हांलाकि ये बताया जा रहा है कि प्रखर परमार का स्कूल भवन को अनुमति दिलाने के नाम पर 8 लाख के लेनदेन पर कुछ लोगों से विवाद हुआ था वहीं पुलिस पूछताछ में करण वर्मा बार-बार अपने बयान बदल रहा है। दरअसल मंगलवार रात को कलेक्ट्रेट के पास एक कार लावारिस हालत में खड़ी मिली थी यह कार संदिग्ध करण वर्मा की बताई जाती है पुलिस ने मामले की गहराई से पड़ताल शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि प्रखर प्रशांत परमार का एकमात्र पुत्र था।
गौरतलब है कि ईओडब्ल्यू के छापे के बाद सहायक शिक्षक प्रशांत परमार चर्चा में आया था छापे के दौरान ग्वालियर चंबल अंचल में एक दर्जन से अधिक बीएड डीएड कॉलेज संचालन की जानकारी सामने आई थी।