बिजली कंपनियों के AE-JE ने आज किया कार्य का बहिष्कार, सात सूत्रीय मांगों को लेकर एक माह से चल रहा है चरणबद्ध आंदोलन

ग्वालियर 21अक्टूबर 2022। मध्यप्रदेश विद्युत मंडल पत्रोपाधि अभियंता संघ के तत्वावधान में  विगत एक माह से चरणबद्ध आंदोलन कर रहे मध्यप्रदेश की विद्युत कंपनियों के जूनियर इंजीनियर एवं असिस्टेंट इंजीनियर पांचवे चरण में शुक्रवार 21 अक्टूबर को कार्य बहिष्कार किया और धरना-प्रदर्शन कर शासन और प्रशासन को अपनी मांगों से अवगत कराया। इसके लिए जूनियर और असिस्टेंट इंजीनियर संभागीय कार्यालय पर एकत्रित हुए और अपना विरोध प्रदर्शन किया। 

संघ के प्रांतीय महासचिव इंजीनियर जी.के.वैष्णव ने बताया कि संघ द्वारा सात सूत्रीय मांगों को लेकर प्रमुख सचिव ऊर्जा,ऊर्जा मंत्री और मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किए गए हैं तथा ये मांगे गैर आर्थिक तथा कंपनी स्तर पर ही निराकृत हो सकती हैं। लेकिन आश्चर्य की बात है कि सदैव राजस्व संग्रहण तथा विद्युत व्यवस्था बनाए रखने वाले इस संवर्ग की जायज मांगों के निराकरण के लिए न तो प्रमुख सचिव ऊर्जा ने कोई पहल की और ना ही ऊर्जा मंत्री इस ओर ध्यान दे रहे हैं। श्री वैष्णव ने बताया कि अगर कार्य बहिष्कार के बाद भी ऊर्जा मंत्री और ऊर्जा प्रमुख सचिव ने हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो आगामी 25 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार किया जाएगा। अभी हमने आंदोलन के स्वरूप में आपातकालीन सेवाओं को छूट दे रखी है। ताकि बिजली व्यवस्था न प्रभावित हो।

संघ की सात सूत्रीय मांगों में जूनियर इंजीनियर को सहायक इंजीनियर का करंट चार्ज देने,सहायक यंत्री को कार्यपालन यंत्री का करंट चार्ज देने,सहायक यंत्री की भर्ती पर रोक लगाने तथा संविदा कनिष्ठ यंत्रियों को नियमित करने व धारा 304 ए पर रोक लगाने जैसी मांगे हैं। अभी जनरेशन कंपनी द्वारा 109 कनिष्ठ यंत्रियों को सहायक यंत्री के आदेश जारी कर दिए गए। किंतु तीनों वितरण कंपनियों में अभी तक आदेश जारी नहीं होने से इंजीनियरों में आक्रोश व्याप्त है।

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