
ग्वालियर/मुरैना 20 अक्टूबर2022। ग्वालियर से करीब 35 किलोमीटर दूर मुरैना जिले के बानमोर कस्बे में तेज धमाके की आवाज के साथ एक मकान जमींदोज हो गया। धमाके की आग में झुलसने और जमींदोज हुए मकान के मलबे में दबने के कारण उसमें रह रहे किराएदार परिवार की मां-बेटी सहित सहित चार लोगों की मौत हो गई, जबकि छह घायलों की हालत नाजुक बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि इस मकान में पटाखे बनाने और पैकिंग का काम किया जा रहा था लेकिन विस्फोट जिस तीव्रता के साथ हुआ है उससे जिलेटिन या डाइनामाइट में विस्फोट की भी आशंका जताई जा रही है। क्योंकि इस घर में रहने वाला जमील खां पटाखे बनाने के साथ पत्थर खदानों पर भी ब्लास्टिंग का काम लेता था
बानमोर के जैतपुर रोड पर पहाड़ी गांव के पूर्व सरपंच भूरा सिंह गुर्जर के जमील खां पुत्र मुन्नो खां निवासी गोहद किराए से रहता है। वह पटाखे बनाने का काम करता था। इसी मकान में सुबह 11 बजे के करीब तेज धमाका हुआ, जिससे आसपास के क्षेत्र में आधा किलोमीटर दूर तक मकानों में कंपन महसूस किया। भूरा सिंह का एक मंजिला मकान मलबे का ढेर बन गया।
पड़ोस में चार मकानों की दीवारों में भी दरारें आ गईं। घटना में जमील खां की पत्नी अन्नो खान उम्र 38 वर्ष व 8 साल की बेटी जोया खान की मौत हो गई। बाहर बनी दुकान में निर्मल जैन किराना की दुकान करता है। यहां सामान लेने आया 7 वर्षीय विजय पुत्र दिलीप प्रजापति व 42 वर्षीय जितेन्द्र उर्फ पप्पू पुत्र महेन्द्र सिंह गुर्जर (मकान मालिक भूरा सिंह का भतीजा) भी जान गंवा बैठा। जमील खान के अलावा उसके चार बेटे सईद उम्र 20 वर्ष, आमीन उम्र 18 वर्ष, अरमान खान उम्र 12 वर्ष, नवीन उम्र 10 वर्ष और किराना दुकान संचालक निर्मल जैन गंभीर घायल है।
हादसे के बाद मौके पर पहुंचे चंबल आईजी राजेश चावला ने फोरेंसिक विशेषज्ञ, एफएसएल और फायर एक्सपर्ट को जांच के लिए बुलाया, कलेक्टर बी कार्तिकेयन ने बताया कि घर में पटाखे बनाने वाला बारूद रखा था, लेकिन इतना खतरनाक विस्फोट पटाखे के बारूद से नहीं हो सकता, आशंका है कि जिलेटिन के कारण यह हादसा हुआ है। हम इसकी जांच करवा रहे हैं, जहां से यह बारूद व जिलेटिन लाता है, इसकी जांच की जाएगी।