
(जितेंद्र पाठक, ग्वालियर)
ग्वालियर07सितंबर2022।ग्वालियर दक्षिण से भाजपा के पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह को पिछडा वर्ग मोर्चा का प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने के बाद माना जा रहा है कि उन्हे चुनावी चकल्लस से मुक्ति दे दी गई है अब वे संगठन के माध्यम से पिछडों को पार्टी में जोडने का काम करेंगें। नारायण सिंह तीन बार से दक्षिण विधानसभा से विधायक रहे है लेकिन कांग्रेस के प्रवीण पाठक से चुनाव हारने के बाद नारायण सिंह क्षेत्र से गायब ही हो गए, उनकी सक्रियता खत्म सी नजर आई। ऐसे में अगले साल विधानसभा चुनाव के लिए दक्षिण विधानसभा से टिकट के लिए भाजपा के दूसरे दावेदार योगासन कर स्टेमिना बढाने में लगे है। करीब आधा दर्जन दावेदार कतार में है पूर्व जिलाध्यक्ष अभय चौधरी, पूर्व पार्षद सतीश बोहरे, सांसद शेजवलकर के पुत्र प्रांशु, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष प्रभात झा के पुत्र तुष्मुल झा, पूर्व महापौर और भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी नारायण सिंह के खिलाफ बागी होकर चुनाव लड चुकी समीक्षा गुप्ता के नाम चर्चा में भाजपा नेता बता रहे है
इन नामों के अलावा बडे और प्रभावशाली नामों में पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया और अनूप मिश्रा के नाम आते है। हांलाकि ये दोनों ही नेता 2018 का विधानसभा चुनाव हार चुके है और उसमें भी अनूप मिश्रा तब से ही पार्टी में हाशिए पर नजर आते है लेकिन पवैया की सक्रियता पार्टी और खुद उन्होने बनाए रखी है। दक्षिण विधानसभा में पिछला चुनाव भाजपा महज 121 वोटों से हारी है लिहाजा भाजपा का गढ रही ये सीट दोबारा भाजपा के खाते में आसानी से आ सकती है भाजपा नेताओं की पुरजोर दावेदारी का आधार भी यही मानक बन रहा है।
अनूप मिश्रा दक्षिण विधानसभा से पहले भी विधायक रह चुके है पिछला चुनाव हार चुके है सो इस बार किसी कीमत भी टिकट हासिल करना और जीतना अनूप मिश्रा के राजनीतिक करियर के लिहाज से करो या मरो की स्थिति वाला है पिछले पांच सालों में सायलेंट मोड में चल रहे मिश्राजी केवल निगम चुनाव में महापौर प्रत्याशी सुमन शर्मा की प्रेस कांफ्रेंस में मंच पर सीट नही मिलने वाले एपिसोड से ही चर्चा में आए है। सिंधिया में बीजेपी की एँट्री के बाद अनूप मिश्रा को एक बडा सपोर्ट मिलने की उम्मीद जागी है। अनूप समर्थक बताते है कि दक्षिण के लिए महाराज….मिश्रा जी की पैरवी कर सकते है कांग्रेस के ब्राह्मण कैंडिडेट की काट के तौर पर भी अनूप समर्थक उन्हे सबसे बडा दावेदार बता रहे है। सूत्र बताते है कि अनूप मिश्रा भी ग्वालियर पूर्व के बजाए अब ग्वालियर दक्षिण विधानसभा पर ही फोकस कर रहे है क्योंकि यहां उनके लिए चुनौतियां कम है और कांग्रेस से बीजेपी में आया कोई नेता टिकट के लिए प्रबल दावेदार दक्षिण में नही है सो महाराज उन पर हाथ धर सकते है।

जयभान सिंह पवैया भी अब अपने लिए सुरक्षित सीट की तलाश में है और दक्षिण सीट उनके लिए बीजेपी के गढ के हिसाब से मुफीद हो सकती है, क्योंकि उपनगर ग्वालियर सीट से टिकट मिलना और जीतना दोनों ही संघर्षपूर्ण मामला पवैया के लिए साबित हो सकता है ऐसे में चर्चा है कि पवैया भी दक्षिण सीट की तरफ नजरें गडाए हुए है। यहां से टिकट के लिए पवैया के पास संघ का ही सहारा है।
हांलाकि ग्वालियर दक्षिण विधानसभा में कुशवाह समाज का वोट बहुतायात में है लिहाजा चुनाव के ठीक पहले नारायण सिंह के टिकट के लिए समाज की तरफ से मांग उठ सकती है लेकिन अब ऐसा लगता नही है कि पार्टी और संगठन नारायण सिंह पर चुनावी दांव खेलने का मन बनाएंगे। इन्ही सब समीकरणों के लिहाज से अनूप मिश्रा भी दक्षिण में शनैः शनैः सक्रियता में तेजी ला रहे है।
जानकारी के मुताबिक दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के एबी रोड स्थित एक मैरिज गार्डन में अनूप मिश्रा के समर्थन में एक बडा कार्यक्रम भी 8 सितंबर को आयोजित किया जा रहा है इस कार्यक्रम के बाद और भी जानकारियां छन कर बाहर आने की उम्मीद है।