जीवन का मार्ग प्रशस्त करते शिक्षक

आज के वर्तमान दौर को देखते हुए कह सकते है कि लोगों को आजकल न जाने क्या हो गया है। उनकी सोच बहुत सीमित होती जा रही है। आज एक शिक्षक केवल शिक्षक ही रह गया है। जबकि शिक्षक ही हमारे आने वाले भविष्य की आधारशिला है। जो कि हमारे भविष्य का एक कुम्हार की तरह सृजन करता है। यदि देखा जाए तो यह कथन कदापि अनुचित नहीं कि एक शिक्षक का योगदान उसके शिष्य के लिए उसको उसके गंतव्य तक पहुंचाने एवं मार्गदर्शन हेतु होता है। इसीलिए शिक्षक का सम्मान भी महत्व रखता है। 
आइए प्रकाश डालते हैं कि शिक्षक दिवस आखिर क्यों मनाया जाता है ::   हमारे भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधा कृष्णन के जन्म दिवस (5 सितंबर) को ही “शिक्षक दिवस” के रूप में मनाया जाता है।    

हालांकि शिक्षकों को विशेष सम्मान से सम्मानित करने के लिए विश्व में कई देशों में अलग-अलग तारीख पर शिक्षक दिवस का आयोजन किया जाता है। दुनिया में 100 से ज्यादा देश शिक्षक दिवस मनाते हैं। जबकि राष्ट्रीय स्तर पर 6 मई एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 5 अक्टूबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। क्योंकि किसी भी देश या राष्ट्र की नींव उसकी सभ्यता संस्कार एवं विचारों पर टिकी होती है। देश के हित में मार्गदर्शन एवं उचित विचार हमें हमारी शिक्षा से ही प्राप्त होते हैं। शिक्षित वर्ग ही देश के विकास का कारण भी होता है। इसीलिए शिक्षा देने वाले शिक्षक सदैव सम्मान के पात्र होते हैं।परंतु आजकल सिर्फ यह सम्मान और शिक्षकों का आदर सिर्फ एक दिन तक सीमित होकर रह गया है। जबकि एक शिक्षक ही अपने शिष्य को सही मार्गदर्शन देकर सफलता तक ले जाता है। आज बस लोग शिक्षक दिवस पर भाषण देते है और फिर शिक्षकों को भूल जाते हैं। सोशल मीडिया पर एक दिन के लिए उनको याद करते हैं और भूल जाते हैं।यह एक शिक्षक के लिए उसके जीवन काल में मिलने वाला उचित सम्मान नहीं है। हमें हमेशा अपने शिक्षक का आदर करना चाहिए एवं कठिन परिस्थितियों में उनकी दी हुई सीख को कभी नहीं भूलना चाहिए और हमेशा उन्हें याद रखना चाहिए। जरूरत पर उनकी सहायता भी करनी चाहिए। आखिर जो वर्तमान हम जी रहे हैं और जो भी सफलता प्राप्त कर रहे हैं वह हमारे शिक्षक के मार्गदर्शन से ही हमें प्राप्त हुई है। इसीलिए अपने शिक्षक को सम्मान देना कभी भी ना भूलें।


हमारे जीवन में शिक्षक का योगदान: आखिरकार कौन है जो शिक्षा प्राप्त नहीं करना चाहता और हमें शिक्षा हमारे शिक्षक के द्वारा ही प्राप्त होती है। इस प्रकार जीवन की वास्तविक परिस्थिति से परिचित करवाना और उसमें हमें ढालने के लिए हमारे शिक्षक का हमारे जीवन में बहुत महत्व रखता है। प्राय छात्र सलाह और मार्गदर्शन के लिए शिक्षकों पर निर्भर रहते है। छात्र न केवल अपने शिक्षक का अनुसरण करते हैं, बल्कि वे अपने जीवन के पाठों का पालन करने में भी रूचि रखते हैं कि कैसे उन्हें जीवन में आगे निकलना है। यही कारण है कि शिक्षकों के लिए छात्रों को अच्छी आदतों का पालन करने के लिए उत्साह करना बेहद जरूरी है।    हमें जीवन के हर कदम पर शिक्षकों की जरूरत होती है। शिक्षक न केवल छात्रों के लिए बल्कि समाज के लिए महत्वपूर्ण हैं। किसी भी बैठक और सामाजिक गतिविधियों में शिक्षकों की उपस्थिति नैतिकता को बढ़ावा देती है। समय को और अधिक मूल्यवान बनाती हैं। शिक्षक ही एक सफल भविष्य के निर्माता भी है, इसीलिए हमें सदैव शिक्षकों के लिए गौरवान्वित होना चाहिए।
हमारे माता-पिता भी हमारे लिए शिक्षक के रूप में ही है। जो हमारे जीवन में हमारे लिए सफलता के मार्ग को चुनते हैं। हमें सफल होते देख गर्व भी महसूस करते हैं। इसीलिए शिक्षकों का सिर्फ एक दिन ना होकर हमें हर दिन अपने शिक्षकों के लिए नतमस्तक होकर उन्हें सद्भावना से सम्मानित करना चाहिए। शिक्षकों का हमारे जीवन में योगदान विशेष महत्व रखता है। आखिरकार हमारे शिक्षक ही हमारे आने वाली पीढ़ी के भविष्य के निर्माता है।

” आशी ” प्रतिभा दुबे (भारत )मध्य प्रदेश , ग्वालियर (लेखिका सरस्वती शिशु मंदिर की पूर्व शिक्षिका हैं)


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