(जितेंद्र पाठक, ग्वालियर)
ग्वालियर27जुलाई2022। ग्वालियर में गिरगांव महादेव पर आपसी सहमति से जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने की सौगंध खाने वाले कुछ सदस्यों ने कसम तोड दी है जिसके बाद अब जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में पेंच फंस गया है इसी पेंच के चलते नेहा मुकेश परिहार दौड से बाहर हो गई है और अब गेंद राज्यमंत्री भारत सिंह कुशवाह के पाले में है इस मामले में प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा राज्यमंत्री भारत सिंह का समर्थन कर रहे है पहले पूर्व मंत्री इमरती देवी जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए लॉबिंग कर रही थी लेकिन सदस्यों के टूटने के बाद अब वो भी अध्यक्ष बनाने की फिल्म से बाहर बताई जा रही है।
दरअसल ग्वालियर के 13 जिला पंचायत सदस्यों में से एक हफ्ते पहले 7 जिला पंचायत सदस्य नेहा मुकेश परिहार, अनूप कुशवाह, केशव बघेले, माया भूपेंद्र गुर्जर, सूर्यभान रावत, आशा जसवंत गुर्जर, पिंकी शिवराज यादव गिरगांव महादेव पहुंचे थे यहां पर इन सभी जिला पंचायत सदस्यों ने अपने बीच से अध्यक्ष के चुनाव के लिए कसम खाई, बाकायदा गिरगांव महादेव के नाम से नोटशीट बनाकर सहमति के दस्तखत भी किए, इसमें नेहा मुकेश का नाम अध्यक्ष पद के लिए तय करना बताया गया था
लेकिन सूत्रों के मुताबिक इनमें से दो जिला पंचायत सदस्य जिनमें से एक बीएसपी और एक कांग्रेस समर्थित बताया जा रहा है उन्होने सबसे पहले पाला बदलकर गिरगांव महादेव पर ली सौगंध तोड भोपाल का रूख कर लिया। जिसके बाद जिला पंचायत अध्यक्ष नेहा मुकेश परिहार को जिला पंचायत अध्यक्ष बनाए जाने की पूरी कहानी ही बदल गई है क्योंकि 7 सदस्यों में से दो के पाला बदलने के बाद बहुमत के लिए जरूरी आँकडा फेल हो गया है।
चर्चा है कि जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने के लिए राज्यमंत्री भारत सिंह कुशवाह लगातार प्रयासों में लगे हुए है अध्यक्ष पद के लिए आरक्षित एससी महिला सीट की दो दावेदार मंजू राजू खटीक, दुर्गेश कुंवर सिंह भी उनके संपर्क में बताई जा रही है इसके अलावा तीन अन्य सदस्य भी उनके पाले में बताए जा रहे थे। अध्यक्ष पद के लिए दो सदस्यों की और जरूरत थी लिहाजा दूतों के माध्यम से संपर्क हुआ, गुप्त वार्ता हुई, विश्वास भरोसे के साथ अन्य चर्चाएँ भी हुई, जिसके बाद बीएसपी और कांग्रेस समर्थित दो सदस्य भोपाल रवाना हो गए। जब बाकी सदस्यों को इस घटना का पता चला, तो उन्होने भी भोपाल की राह पकड ली। क्योंकि बाकी बचे हुए सदस्य जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने की लिहाज से आंकडों में कम थे ऐसे में अब जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने की जुगत में भारत सिंह गुट सफल होता दिखाई दे रहा है।
अध्यक्ष पद के साथ उपाध्यक्ष पद के लिए अंजू आलोक शर्मा और प्रियंका सतेंद्र गुर्जर पूरी तरह जोर लगा रहे है इनमें से अंजू आलोक शर्मा तो पहले ही गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा गुट के थे निर्दलीय प्रियंका सतेंद्र गुर्जर पहले भारत सिंह कुशवाह के संपर्क में बताई जा रही थी लेकिन चर्चा है कि अब इनकी भी मिश्रा जी के खास लोगों से चर्चा शुरू हो गई है। ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि जिला पंचायत अध्यक्ष भारत सिंह और उपाध्यक्ष नरोत्तम मिश्रा की सहमति से तय हो सकता है। वहीं भाजपा संगठन की तरफ से आशा जसवंत गुर्जर का नाम उपाध्यक्ष पद की दौड में शामिल बताया जा रहा है।
बताते है कि जिला पंचायत सदस्य प्रियंका के पति सतेंद्र गुर्जर आईपीएल सट्टा किंग संतोष घुरैया के भाई है चुनाव में प्रचार के दौरान संतोष घुरैया ने भी प्रियंका सतेंद्र गुर्जर के लिए मीटिंग और प्रचार किया था उस दौरान राजीनितक दबाब के चलते पुलिस ने संतोष को अरेस्ट नही किया, लेकिन बाद में संतोष घुरैया दिल्ली से पकडा गया। इस मामले में भी राजीनितक समीकरणों से जुडी हुई पूरी कहानी बताई जा रही है। अब प्रियंका सतेंद्र गुर्जर की तरफ से उपाध्यक्ष पद की कडी दावेदारी की जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए सदस्यों की हॉर्स ट्रेडिंग की कहानी भी चल रही है। इसी के चलते गिरगांव महादेव पर ली गई सौगंध टूटी है। हॉर्स ट्रेडिंग को लेकर सूत्र बताते है कि नेहा मुकेश परिहार को अध्यक्ष बनाने के लिए भी यही कहानी चल रही थी और बाद में दो सदस्यों के टूटने के पीछे भी कारण यही बताया जा रहा है। इसी के चलते नेहा मुकेश परिहार अध्यक्ष पद की दौड से आउट हो चुकी है।