
(जितेंद्र पाठक, ग्वालियर)
ग्वालियर।एक तरफ तो पूरे एक देश में ग्राउंड वाटर रिचार्ज करने के लिए सरकारी और निजी संस्थाओं द्वारा तमाम प्रयास किए जा रहे है जनता को भी वाटर हार्वेस्टिंग और ग्राउंड वाटर रिचार्ज करने के लिए जागरूक किए जाने का प्रयास किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ सरकारी विभाग ही सरकार की इस कोशिश को खुलेआम पलीता लगाने की पूरी कोशिश कर रहे है।

फिलहाल हम बात कर रहे है कि ग्वालियर स्मार्ट सिटी कॉर्पोरेशन के काबिल अधिकारियों की प्लानिंग और दूरदृष्टिता की, जो थीम रोड पर दिखाई दे रही है। ग्वालियर शहर को स्मार्ट दिखाने की पूरी कोशिश केवल जयविलास पैलेस से मेडीकल आडिटोरियम तक बनाई जा रही थीम रोड पर इस तरह की जा रही है कि पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने से भी कोई गुरेज नही किया जा रहा है।

महादजी सिंधिया मार्ग से मेडीकल ऑडिटोरियम तक बनाई जा रही थीम रोड पर इन दिनों स्मार्ट सिटी द्वारा जो काम कराया जा रहा है उसमें अम्मा महाराज की छत्री परिसर की बाउंड्रीवॉल से रोड के फुटपाथ तक के करीब 13 मीटर (लगभग 40 फीट चौडाई वाले) कच्चे एरिया(मिट्टी वाले) को सीमेंट कांक्रीट से पूरी तरह पक्का किया जा रहा है करीब 50 प्रतिशत पक्का करने का काम पूरा किया जा चुका है। अम्मा महाराज की छत्री से लगा ये कच्चा एरिया महादजी सिंधिया चौराहे से कटोराताल तक तक है स्मार्ट सिटी के अधिकारियों की दूरदृष्टिता, प्लानिंग और पर्यावरण को सहेजने में कितने संवेदनशील है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस कच्चे ऐरिया को सीमेंटेड करने के बाद रेत बिछाई जा रही है और उस पर पेवर टाइल्स लगाई जा रही है

सबसे बडा सवाल ये है कि थीम रोड के इतने बडे कच्चे हिस्से को सीमेंटेड करके ग्राउंड वाटर रिचार्ज प्रोसेस को खत्म किया जा रहा है इस कच्चे हिस्से में पेड पौधे हरियाली लगाए जाने की संभावना को खत्म कर दिया गया है। अभी जो बडे बडे पेड यहां लगे भी है उनके अस्तित्व पर भी संकट खडा हो गया है क्योंकि उनके नीचे की जगह को भी सीमेंटेड कर दिया गया है बताया जा रहा है कि इस मिट्टी वाले कच्चे हिस्से को पार्किंग के लिए तैयार किया जा रहा है लेकिन थीम रोड पर इतनी बडी पार्किंग का तर्क भी समझ से परे है वहीं पार्किंग के लिए इस कच्चे हिस्से पर कोई अन्य वैकल्पिक व्यवस्था भी अगर चाहते, तो की जा सकती थी।

सबसे बडी बात तो ये है कि शहर के कई हिस्से ऐसे है जहां वाहनों की पार्किंग के लिए मारामारी है लेकिन वहां दिमाग लगाने के बजाए थीम रोड पर पार्किंग के लिए जरूरत से ज्यादा मेहनत की जा रही है महादजी सिंधिया चौराह से कटोराताल तक 40 फीट चौडी पर कितने वाहनों की, इतनी बडी पार्किंग की मिट्टी वाले कच्चे ऐरिया को खत्म करके बनाए जाने की क्या वास्तव में जरूरत है भी?
इनकी सुनिए-

उस एरिया को हम पार्किंग बना रहे है वरिष्ठ अधिकारियों ने भी वहां पार्किंग बनाने के लिए कहा है उस कच्चे ऐरिया से धूल भी उडती है तो हम कुछ ग्रीनरी करेंगे और बाकि हिस्सा पार्किंग के लिए तैयार कर रहे है उस ऐरिया को सीमेंटेड पार्किंग के लिए किया जा रहा है और उस पर टाईल्स लगा रहे है क्योंकि सीधे कच्चे ऐरिया पर टाइल्स उंची नीची हो जाती है वैसे भी वहां बहुत ज्यादा वाटर रिचार्ज नही होता है एक स्लोप भी बना रहे है जिससे पानी एक तरफ इकट्ठा होगा, ड्रेन भी बनाई हुई है उसी हिसाब से काम कर रहे है।
अंकित शर्मा, कार्यपालन यंत्री, स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ग्वालियर

इसके लिए टेक्निकल विंग ही सही जानकारी दे सकती है वैसे जो ड्राईँग होगी, उसी हिसाब से काम किया जा रहा होगा, थीम रोड पर मेरे स्मार्ट सिटी में आने से पहले ही काम चल रहा है टाईल्स लगाने का काम बाद में जोडा गया है, पहले क्या हुआ होगा, इसकी जानकारी तो मुझे नही है, लेकिन आप जो बता रहे है वो बिंदु ठीक है उसके लिए मैं टेक्निकल विंग से चर्चा करूंगी।
नीतू माथुर, सीईओ, स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ग्वालियर

इस ऐरिया को मल्टीपरपज बनाया जा रहा है पार्किंग भी रहेगी, ग्रीम ऐरिया भी बनाया जाएगा। स्लोप के जरिए पानी को ड्रेनेज में डाला जाएगा। वैसे भी थीम रोड पर पार्किंग बडी समस्या है पार्किंग बनने से उस समस्या का हल होने की उम्मीद है।
किशोर कान्याल, आयुक्त, नगर निगम, ग्वालियर

अगर उस क्षेत्र को सीमेंटेड किया जा रहा है तो गलत है वाटर रिचार्ज की व्यवस्था को इस तरह से खत्म किया जा रहा है। जिन पेडों के आसपास के एरिया को भी सीमेंट कांक्रीट से ढका गया है एनजीटी के आदेश के हिसाब से पेड के आसपास 6 बाय 6 की जगह छोडी जानी चाहिए। वैसे भी अधिकारी अब दरबारी हो गए है और जनता चुप है तो क्या किया जा सकता है।
सुधीर सप्रा, समाजसेवी

उस कच्चे ऐरिया का सीमेंटेड करना पूरी तरह गलत है मैनें स्मार्ट सिटी की एडवायजरी बोर्ड की बैठक में इसके लिए मना भी किया था, उस जगह को पार्किंग भी बनाया जा रहा है तो सीमेंटेड करने के बजाए अच्छी क्वालिटी की ग्रेनाइट टाईल्स लगाई जा सकती है खराब क्वालिटी के टाईल्स तो सीमेंटेड एरिया के उपर भी नही टिक पाएँगे।
अजय बंसल, आर्किटेक्ट और सदस्य, स्मार्ट सिटी एडवायजरी बोर्ड