ग्वालियर। मध्यप्रदेश के नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि देश में मध्यप्रदेश बलात्कार की राजधानी बन गया है। उन्होंने कहा कि सरकार मंहगाई, बेरोजगारी आदि समस्याओं से भयभीत है इसलिये वह पिछडावर्ग आरक्षण का मुददा बनाकर नगरीय निकायों पंचायतों के चुनाव नहीं कराना चाहती।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने आज पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि गत सप्ताह में ग्वालियर चंबल अंचल सहित अन्य संभागों में दो -चार से लेकर आठ वर्ष तक की बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं हुई हैं। वहीं सबलगढ मुरैना में बच्ची के साथ हुई घटना में स्वयं उपचार करने वाली चिकित्सक के उसकी हालत देखकर आंखों में आंसू आ गये। उन्होंने कहा कि उन्हें सूचना मिली है कि बीते दिवस गृहमंत्री के जिले के भरसुला गांव में एक बच्ची के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या तक कर दी है। वहां ना तो अभी तक गृह मंत्री पहुंचे हैं और ना ही कोई आरोपी पकडा गया है। उन्होंने कहा कि वह स्वयं स्थानीय विधायक घनश्याम सिंह के साथ मौके पर जाकर वस्तुस्थिति की जानकारी लेंगे। उन्होंने कहा कि एनसीआरबी की रिपोर्ट भी यही कहती है कि पिछले तीन वर्षो से मध्यप्रदेश मेंं महिलाओं पर अत्याचार और बलात्कार के मामले बढे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह अपराधियों को जमीन में गाढने की बात कहते हैं लेकिन आज तक किसी के विरूद्ध ऐसी कार्रवाई नहीं दिखाई दी। उन्होंने कहा कि वह तो कानून अपने हाथ में लेने की बात कर रहे हैं , दोषी को सजा देना न्यायपालिका का काम हैं।
डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि वह स्वयं अतिक्रमण के विरोधी हैं लेकिन जिस प्रकार से सरकार द्वारा अतिक्रमण के नाम पर गरीबों कमजोर वर्ग के मकानों और चुन चुन कर विरोधियों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है यह निंदनीय है। उन्होंने कहा कि सिवनी जिले में एक आदिवासी को बजरंग दल के लोगों ने घर में घुसकर मारपीट की उसकी अगुवाई कर रहे शेरसिंह राठौर के यहां आज तक बुलडोजर नहीं पहुंचा। उन्होने कहा कि पीडिता स्वयं उनके मौके पर जाने से यही न्याय मांग रही थी।
बीते रोज मप्र के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग द्वारा कांग्रेस के इटली की महारानी के ऐजेंडे पर कार्य करने के पूछे एक प्रश्र के उत्तर में डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि विश्वास सारंग हिन्दु विरोधी है। उन्होंने कहा कि विश्वास सारंग ने कितनी हिन्दु बच्चियों के विवाह कराये किसकी मदद की बतायें। उन्होंने कहा कि वह स्वयं जबसे विश्वास सारंग बच्चे होंगे तब से हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे हैं।
सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पिछडा वर्ग आरक्षण के मामले में मप्र सरकार की याचिका खारिज करने के मामले मेंं पूछे जाने पर नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार आरक्षण को समाप्त करना चाहती है। बिहार चुनावों के समय आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने आरक्षण समाप्त करने की वकालत की थी। लेकिन चुनावों में अपेक्षित परिणाम नहीं आने पर फिर से पिछडा वर्ग आरक्षण की वकालत करने लग गये हैं। उन्होंने कहा कि सबसे पहले पिछडा वर्ग को आरक्षण पूर्व सीएम अर्जुन सिंह ने दिया था। उसके बाद दिग्विजय सिंह ने इसे १४ प्रतिशत किया। वहीं कमलनाथ सरकार के आने पर फिर २७ प्रतिशत किया। लेकिन शिवराज सिंह ना जाने क्या सोच कर चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार ने २७ प्रतिशत आरक्षण पर चुनावों की प्रक्रिया शुरू कर दी थी , लेकिन संभवत: शिवराज सिंह चुनावों से भयभीत हैं और देश में बढती मंहगाई, बेरोजगारी , बढे गैस पेट्रोल डीजल के दामों आदि समस्याओं से भयभीत हैं इसलिये चुनाव में नहीं जाना चाहते है। उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय स्वयं कह चुका है कि पांच साल से पहले चुनाव कराये जाने आवश्यक है लेकिन सरकार चुनाव से भयभीत है।