मुख्यमंत्री और गृहमंत्री में वर्चस्व की लडाई, दोनों में अबोला: पूर्व मंत्री चौधरी राकेश सिंह

भिंड/भोपाल। पूर्व मंत्री और मध्यप्रदेश के वरिष्ठ कांग्रेस नेता राकेश सिंह चतुर्वेदी (चौधरी) अब कांग्रेस में अपनी मुखर वाणी से फिर टॉप पर हैं और भाजपा पर लगातार ताबडतोड हमलों में लगे हैं। अभी हाल ही में उन्होंने यह कहकर नया मुददा छेड दिया है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा में वर्चस्व की लडाई चल रही है और इस लडाई की मार प्रदेश की जनता पर पड रही है जनता इससे भ्रमित भी हो रही है। ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री व गृहमंत्री के बीच अबोला की स्थिति है और दोनों में दूरियां बढ गई है। 
पूर्व मंत्री कांग्रेस नेता राकेश सिंह चौधरी ने मध्यप्रदेश में पंचायत चुनाव रदद होने का कारण भी पूछा है । उन्होने कहा है कि मुख्यमंत्री चौहान व गृहमंत्री डॉ. मिश्रा यह स्पष्ट करें कि पंचायत चुनाव के रदद होने का कारण शिवराज सिंह का संकल्प है या गृहमंत्री का बयान यह स्पष्ट होना चाहिये क्योंकि दोनों संवैधानिक पदों पर हैं। 
राकेश सिंह चौधरी ने कहा है कि जबकि २१ दिसंबर को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी स्थगन प्रस्ताव भी लाये थे कि पिछडे वर्ग के आरक्षण के बिना पंचायत चुनाव नहीं कराये जाने चाहिये। जिसे मुख्यमंत्री ने नकार दिया था वहीं २३ दिसंबर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि पिछडे वर्ग के आरक्षण के बिना पंचायत चुनाव नहीं कराये जा सकते । जबकि २४ दिसंबर को गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ओमीक्रोन और कोरोना की भयावह स्थिति के कारण पंचायत चुनाव नहीं कराये जा सकते, क्योंकि जनता के जीवन से खिलवाड नहीं किया जा सकता। इसी क्रम में २७ दिसंबर को यह अध्यादेश वापस भी ले लिया गया। 
चौधरी राकेश सिंह का कहना है कि मुख्यमंत्री जी व गृहमंत्री जी अब किसकी बात सही हम माने, यह आप ही बतायें।  

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