ग्वालियर।ग्वालियर के हजीरा थाना क्षेत्र में 9 और 10 फरवरी की दरम्यानी रात हुई चोरी की वारदात की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल की गई सफेद रंग की कार भी बरामद कर ली है जो आरोपियों ने ओएलएक्स से खरीदी थी।
जानकारी के मुताबिक करीब एक हफ्ते पहले हजीरा में एक घर में शादी समारोह था शादी समारोह के दौरान सूने घर में घुसकर चोरों ने लाखों रूपए के माल पर हाथ साफ कर दिया था उस वक्त फरियादी द्वारा करीब 25 लाख रूपए की नगदी और ज्वैलरी बताई गई थी। जांच के दौरान पुलिस को सीसीटीवी में संदिग्ध आई10 गाडी नजर आई थी जो टारगेट वाले घर के आसपास नजर आ रही थी इसी कार पर फोकस कर टोल नाको के सीसीटीवी खंगाले, तो कार दिल्ली के रास्ते पर जाती नजर आई। कार के नंबर के आधार पर पुलिस ने जब इसके मालिक से पूछताछ की तो उसने बताया कि वो तो कार को ओएलएक्स के जरिए बेच चुका है इसी कडी के आधार पर पुलिस आरोपियों तक पहुंची।
पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी संगम विहार, जहांगीरपुरी (दिल्ली) में देखे गए है जिसके बाद ग्वालियर पुलिस ने आरोपियों को उठा लिया। आरोपियों से पूछताछ के बाद करीब आई10 कार के अलावा 32 हजार नगद और चोरी के पैसों से खरीदे गई घडी बरामद की है।
हांलाकि इस पूरे मामले में फरियादी द्वारा चोरी की बताई रकम और आरोपियों द्वारा कबूल की गई रकम और जेवरात को लेकर पुलिस गफलत में है क्योंकि दोंनों में गई गुना का अँतर है पुलिस इसे लेकर भी दोबारा फरियादी से बात कर रही है।
गैंग को पकडने में थाना प्रभारी क्राईम ब्रांच के निरीक्षक दामोदर गुप्ता, थाना प्रभारी हजीरा मनीष धाकड के साथ क्राईम ब्रांच के सबइंस्पेक्टर नितिन छिलर, राजीव बिरथरे, सबइंस्पेक्टर राजीव सोलंकी की उल्लेखनीय भूमिका रही है।