क्यूटिकॉन-एमपी2022 में जुटे देशभर के 200 डर्मेटोलजिस्ट, स्किन की बीमारियों और इलाज की नई तकनीकों पर हो रहा है मंथन

ग्वालियर05नवंबर2022। ग्वालियर के गजराराजा मेडीकल कॉलेज के स्किन रोग विभाग, डर्मेटोलॉजी सोसायटी ऑफ ग्वालियर एवं आईएडीबीएल की मप्र इकाई के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की जा रही दो दिवसीय 27वीं प्रादेशिक कॉन्फ्रेंस क्यूटीकॉन-एमपी 2022 का शुभारम्भ शनिवार शाम डर्मेटोलॉजी की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रश्मि सरकार दिल्ली द्वारा किया गया। अध्यक्षता जबलपुर की डॉॅ. उषा गुप्ता द्वारा की गई। रविवार को कांफ्रेस का दूसरा चरण है


कांफ्रेंस के पहले दिन चिकित्सकों द्वारा व्याख्यान दिए गए। इसमें दिल्ली से आए डॉ एम. रामम द्वारा प्लेसिबो के मरीजों को दिए जाने वाले उपचार पर व्यख्यान दिया गया। वहीं इंदौर के डॉ. संजीव वैशम्पायन द्वारा चर्म रोगों की वजह से मरीजों की मानसिक-सामाजिक समस्याओं पर चर्चा की गई। नासिक से आए डॉ. विजय जेवर द्वारा लाइकेन प्लेनस एवं पीटीरिऑसिस रोजा पर व्याख्यान दिया। इसके अलावा मुंबई के वरिष्ठ चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ. दीपक पारीख द्वारा एटॉपिक डर्मेटाइटिस बीमारी के बारे में विस्तार से बताया। अलीगढ से आए डॉॅ. राजीव शर्मा ने एटॉपिक डर्मेटाइटिस के मरीजों की कैसे देखभाल की जाए, इस पर अपने विचार रखे।कोइम्बटोर के डॉॅ. सी.आर. श्रीनिवास द्वारा कुष्ठ रोग में रिएक्शंस एवं नसों की बीमारी पर चर्चा की गई और इससे होने वाले दुष्परिणामों के बारे में बताया गया।कान्फ्रेंस में देश भर के करीब 200 चर्म रोग विशेषज्ञों द्वारा भाग लिया गया।


इस अवसर पर विशेष रूप से आयोजन समिति के मुख्य संरक्षक डॉ. पी.के. सारस्वत, अध्यक्ष डॉ. खोजेमा सैफी, सचिव डॉ. अनुभव गर्ग, साइंटफिक कमेटी के अध्यक्ष डॉ. कुलदीप सक्सैना, कोषाध्यक्ष डॉ. दीपक शर्मा व डॉ. कमल भदौरिया सहित शहर के अन्य चर्म रोग विशेषज्ञ मौजूद रहे।

इन चिकित्सकों ने भी दिए व्याख्यान
इंदौर के अरविंदो चिकित्सा महाविद्यालय से आए डॉ. कैलाश भाटिया ने जेनिटल अल्सर पर व्याख्यान दिया। दिल्ली से आए डॉ नीरज जैन द्वारा कनेक्टिव टिश्यू से सम्बंधित बिमारियों के बारे में विस्तार से चर्चा की गई।
बैंगलोर से आए डॉ वेंकटराम मैसूर द्वारा एंड्रोजेनेटिक अलोपेसा के बारे में व्याख्यान दिया। मुम्बई के डॉ. राजेश कुमार ने आईपीआरएफ तकनीक पर चर्चा की। इसी तरह राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रश्मि सरकार द्वारा चेहरे पर पिगमेंटेशन की समस्याओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गए। इंदौर के डॉॅ. दिलीप हेमनानी द्वारा एक्ने के स्कार्स पर लेजर एवं अन्य तकनीक पर चर्चा की गए। आईएडीवीएल के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. अनुराग तिवारी द्वारा चेहरे के निशान के इलाज में प्रयोग में आने वाले विभिन्न
तकनीकों पर गहन चर्चा की गई।

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